भारत के सैन्य हमले के डर से पाकिस्तान के शेयर बाजार में कोहराम, सहमे निवेशकों में भगदड़



<p style="text-align: justify;">जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद जिस तरह का भारत के साथ तनाव चरम पर बना हुआ है, उसका सीधा असर पाकिस्तान के शेयर बाजारों पर दिख रहा है. पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर से हमले की आशंका को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच बुधवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (पीएसएक्स) में करीब 2000 प्वाइंट से ज्यादा की बड़ी गिरावट देखी गई.</p>
<p style="text-align: justify;">एक दिन पहले मंगलवार को वहां के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के इस बयान से उस आशंका को और बल मिला जब उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि भारत अगले 24 से 36 घंटे के भीतर सैन्य कार्रवाई कर सकता है. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा से जुड़े शीर्ष लोगों के साथ बैठक की और <a title="पहलगाम" href="https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack" data-type="interlinkingkeywords">पहलगाम</a> हमले पर उन्हें टारगेट, समय और हमले को अंजाम देने की पूरी छूट दे दी.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>सहमा शेयर बाजार</strong></p>
<p style="text-align: justify;">कराची स्टॉक एक्सचेंज 100 में 1717.35 अंक यानी 1.5 प्रतिशत की गिरावट दिखी और ये बुधवार की सुबह 113,154.83 पर कारोबार किया. जबकि एक दिन पहले 114.872.18 पर बंद हुआ था. सुबह 10.38 बजे इसके इंडेक्स में पिछले दिनों के मुकाबले 2,073.42 अंक यानी 1.8 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.</p>
<p style="text-align: justify;">चेज सिक्योरिटीज में डायरेक्टर ऑफ रिसर्च यूसुफ एम. फारूक ने कहा कि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में ये गिरावट अगले कुछ दिनों में हमले की आ रही खबर के चलते हैं. जबकि एकेडी सिक्योरिटीज के फातिमा बुचा ने कहा कि सूचना मंत्री के प्रेस ब्रीफिंग ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ाकर रख दिया है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि बाजार पर इस वक्त काफी दबाव है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पाकिस्तान सूचना मंत्री ने बढ़ाया डर</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ऑल कराची ताजिर इत्तेहाद एसोसिएशन के प्रसिडेंट अतीक मीर ने कहा कि कूटनीतिक और सैन्य तनाव की वजह से सभी व्यावसायिक क्षेत्र में में अनिश्चितताएं बनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि सभी इस बात से चिंतिंत है कि अब आगे क्या होगा, इसलिए बाजार और शॉपिंग सेंटर्स भी पूर्ववर्ती की तरह से व्यवसाय को नहीं कर पा रहे हैं.</p>
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